Skip to main content

आज ये मेरा देश

ये मेरा देश आज गूंगा बेहरा दिखाई पड़ता है, यहाँ इंक़लाब का नारा भी झुटा सुनाई पड़ता है, अंग्रेज़ो कि तानाशाही सेहन करना हम सिख गए, क्योकि अब अंग्रेजी इंसान हिंदी बोलना सिख गए.. मेरे देश का मेहमान यहाँ पर राज करता है, एक सरदार अपनी इंसानियत से डरता है, हो गया मेरा मत चंद पेसो का मोहताज़, खरीद लिया उसने मेरे देश का ताज़, भ्रष्ट्राचार का भूत मुझे सोने नहीं देता है, ये मेरा देश आज गूंगा बेहरा दिखाई पड़ता है..!

Comments

Popular posts from this blog

शिक्षक दिवस-5

भगवान ने दी ज़िंदगी, माता-पिता ने दिया प्यार; लेकिन ज़िंदगी की राह पर चलना सिखाने के लिए; अपने गुरु का हूँ मैं शुक्रगुज़ार। शिक्षक दिवस की शुभ कामनायें!