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किस लिए व्यस्त

“व्यस्त रहना काफी नहीं है, व्यस्त तो चींटियाँ भी रहती हैं। सवाल यह है - हम किस लिए व्यस्त हैं?” 
- हेनरी डेविड थोरु

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