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पैसे की हकीकत

आदमी जवानी में सोचता है कि पैसा सबसे अहम चीज है और बुढ़ापे में यह हकीकत उस पर खुल जाती है।

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अमीरी और गरीबी मे फर्क

अमीरी ले जाती है जेवर की दुकान पर, और गरीबी कान छिद्वती है, एक टिन का पहनने के लिये .  फूटपथ पर सो जाते हैं अखबर बिछकर मजदुर कभी नींद की गोली नहीं खाते दौलत है बेशुमार मुक्कदर को क्या कहें है मखमली बिस्तर मगर हम सो नहीं पाते