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शिक्षक दिवस- 3

ऊँगली पकड़ कर हमें चलना सिखाया;
गिरने के बाद फिर उठना सिखाया;
तुम्हारी वजह से आज हम हैं सफलता के मुकाम पे;
हैं नतमस्तक शीश झुका कर तुम्हारे सम्मान में।
शिक्षक दिवस की शुभ कामनायें!

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अमीरी और गरीबी मे फर्क

अमीरी ले जाती है जेवर की दुकान पर, और गरीबी कान छिद्वती है, एक टिन का पहनने के लिये .  फूटपथ पर सो जाते हैं अखबर बिछकर मजदुर कभी नींद की गोली नहीं खाते दौलत है बेशुमार मुक्कदर को क्या कहें है मखमली बिस्तर मगर हम सो नहीं पाते